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अन्तर्द्वन्द्धों के पार : गोम्मटेश्वर बाहुबली

लक्ष्मीचन्द्र जैन

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 1993
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 10426
आईएसबीएन :

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यह एक ऐसी रचना है जिसके सृजन में श्री लक्ष्मीचन्द्र जैन के साहित्यिक शैली-शिल्प ने नए आयाम उद्घाटित किये हैं.

यह एक ऐसी रचना है जिसके सृजन में श्री लक्ष्मीचन्द्र जैन के साहित्यिक शैली-शिल्प ने नए आयाम उद्घाटित किये हैं. तीर्थंकर आदिनाथ द्वारा समाज-सरंचना की पृष्ठभूमि; उनके पुत्र भरत और बाहुबली के जीवन के मानवीय रूपों एवं उनके मनोजगत के अन्तर्द्वन्द्वों का मार्मिक चित्रण; चाणक्य; सम्राट चन्द्रगुप्त और श्रुतकेवली भद्रबाहु के इतिहास की प्रस्तुति में उपन्यास का आकर्षण, आदि.

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